एम। ए। हिंदी पाठ्यक्रम
हिंदी में मास्टर ऑफ आर्ट्स दो साल का कोर्स है। हिंदी साहित्य, भाषाविज्ञान और रोजगार सूजन के लिए आवश्यक तत्वों के अध्ययन से भविष्य
में आसानी से रोजगार मिल सकता है। आज के और आने वाले कल के समय को ध्यान में रखते हुए हिंदी विषय के पाठ्यक्रम में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। हिंदी विषय में एम.ए. यह महात्मा गांधी मिशन विश्वविद्यालयकी ओर से इस सोच को बदलने का दिल से प्रयास है कि ऐसा करने सेनौकरी नहीं मिलेगी। इसके अलावा, यह शोधकर्ताओं, अनुवादकों,समाचार संवाददाताओं, रचनात्मक कलाकारों और आज के विज्ञापन के युगमें कुछ सेकंड के विज्ञापन लिखकर खुद को लाखों रुपये कमाने का साबित करनेका ऐक शानदार अवसर है।
पात्रता व प्रवेश प्रक्रिया
- छात्र को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होना चाहिए।
- छात्र को कम से कम 50 प्रतिशत या समकक्ष ग्रेड प्राप्त करना चाहिए था। हिंदीभाषा को ठीक से पढ़ा और समझा जाना चाहिए
- योग्यता के आधार पर सीधी पहुंच उपलब्ध होगी।प्रवेश प्रक्रिया चल रही है।
- शुल्क 10,000 प्रति वर्ष।
महत्वपूर्ण विशेषताएं
- एलसीओसीएफ पाठ्यक्रम।
- विषय-उन्मुख और कौशल-उन्मुख शिक्षा।
- अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय सेमिनार, संगोष्ठी और सूचनात्मक कार्यशालाएँ।
- प्रसिद्ध कवियों, लेखकों, गपशप और साक्षात्कार के साथ बातचीत।
- ‘राइटर्स विजिट’ पहल का आयोजन।
- एमजीएम सामुदायिक रेडियो और सुसज्जित सिनेमा स्टूडियो उपलब्ध।
पाठ्यक्रम प्रारूप
- कोड राइटिंग, सॉन्ग राइटिंग, प्रिंट एडिटिंग कैसे करें, इस पर सही मार्गदर्शन।
- समाचार रिपोटिंग, होस्टिंग, वार्तालाप कौशल, विज्ञापन लेखन, परीक्षण लेखन पर कार्यशाला।
- साक्षात्कार कैसे आयोजित किया जाए, इस पर तकनीकी प्रशिक्षण।
- कहानियों और उपन्यासों से फिल्म बनाने के लिए विशेषज्ञ प्रोफेसर का मार्गदर्शन
- हिंदी विषय में रोजगार के अवसरों पर पूरी जानकारी / मार्गदर्शन।
रोजगार के अवसर
- हिंदी प्राध्यापक, हिंदी अध्यापक
- सरकारी भाषा निदेशालय में नौकरी का अवसर
- विज्ञापन / कोड लेखक
- रिपोर्टर
- रमॉडरेशन / नैरेटिव लिटरेरी टेस्ट राइटर
- के क्षेत्र में अवसर
- मुद्रितशोधक
- साक्षात्कारकर्ता
- फिल्म लेखक
- संघ लोक सेवा आयोग
- आई ए एस /आई पी एस
- हिंदी ब्लॉक लेखक
- हिंदी अधिकारी
- हिंदी आशुलिपिक
- विदेशों में अध्यापन एवम अनुवाद
- हिंदी टंकन
- धारावाहिक लेखन
- राज्य लोकसेवा आयोग
- रेडिओ जॉकी
- महाप्रबंधक राजभाषा
- राजभाषा साह्यक
- समाचार लेखन
- हिंदी अधिकारी
- समाचार वाचक ( रेडिओ / टीवी)
- बैंक में कार्य
- हिंदी सॉफ्टवेयर
- समाचार संपादक ।